इस साक्षी ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया है कि इस दुर्घटना में आयी चोटों के कारण उसे गहरा मानसिक एवं शारीरिक कष्ट हुआ, साथ ही आर्थिक नुकसान भी हुआ और अब इस चोट के कारण वह न ही अपना घुटना मोड सकता है और न ही उकडू बैठ सकता है तथा न ही पालथी मारकर बैठ सकता है एवं घुटना में पूरा बल न होने के कारण उसे सीढियां चढने में परेशानी होती है।